दाढ़ी वाले बाबा / प्रदीप शुक्ल
मेरी भी तो सुनते जाओ
दाढ़ी वाले बाबा
दाढ़ी वाले बाबा
एक बरस के बाद
आज तुम
फिर से पड़े दिखाई
पूरे बरस तुम्हारी ढूंढे
नहीं मिली परछाई
आज तुम
फिर से पड़े दिखाई
पूरे बरस तुम्हारी ढूंढे
नहीं मिली परछाई
ऐसे कैसे गुम हो जाओ
दाढ़ी वाले बाबा
दाढ़ी वाले बाबा
आये, रख कर
चले गए
कुछ टॉफ़ी और खिलौने
तुम को ढंग से देख न पाया
लम्बे हो या बौने
चले गए
कुछ टॉफ़ी और खिलौने
तुम को ढंग से देख न पाया
लम्बे हो या बौने
कभी बिना दाढ़ी के आओ
दाढ़ी वाले बाबा
दाढ़ी वाले बाबा
मुझे दांत में
दर्द हो रहा
टॉफ़ी कैसे खाऊँ
गेंद तुम्हारी लेकर बाहर
कहाँ खेलने जाऊँ
दर्द हो रहा
टॉफ़ी कैसे खाऊँ
गेंद तुम्हारी लेकर बाहर
कहाँ खेलने जाऊँ
मुझको तुम लूडो दिलवाओ
दाढ़ी वाले बाबा
दाढ़ी वाले बाबा
अच्छा अगले साल
सुनो तुम
जब क्रिसमस में आना
मेरे वाले सभी खिलौने
बस्ती में पहुँचाना
सुनो तुम
जब क्रिसमस में आना
मेरे वाले सभी खिलौने
बस्ती में पहुँचाना
चाहो सब वापस ले जाओ
दाढ़ी वाले बाबा.
दाढ़ी वाले बाबा.
- प्रदीप कुमार शुक्ल
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