रिंकू और नया साल
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नया साल
रिंकू के सपने में
चलकर जब आया
आया, आकर बैठ गया
फिर घंटों तक बतियाया
रिंकू के सपने में
चलकर जब आया
आया, आकर बैठ गया
फिर घंटों तक बतियाया
बोला, मैं तो साथ रहूँगा
पूरे बरस तुम्हारे
खुश रक्खूँगा तुम्हे,
दोस्ती मुझसे कर लो प्यारे
पूरे बरस तुम्हारे
खुश रक्खूँगा तुम्हे,
दोस्ती मुझसे कर लो प्यारे
और उछलकर बड़े प्यार से
उसको गले लगाया
उसको गले लगाया
रंग बिरंगे
कपड़े लाकर
दूंगा तुमको जाड़े में
धूप सेंकते मिल जायेंगे
पिल्ले तुमको बाड़े में
कपड़े लाकर
दूंगा तुमको जाड़े में
धूप सेंकते मिल जायेंगे
पिल्ले तुमको बाड़े में
खड़ा रहेगा दूर कहीं सूरज
तुमसे शरमाया
तुमसे शरमाया
गरमी में
सूरज को थोड़ा
ले आऊँगा पास
आम तुम्हारे लिए लाऊँगा
ताजे बिलकुल ख़ास
सूरज को थोड़ा
ले आऊँगा पास
आम तुम्हारे लिए लाऊँगा
ताजे बिलकुल ख़ास
छुट्टी होगी, सुबह तुम्हे
जाएगा नहीं जगाया
जाएगा नहीं जगाया
बारिश की
बूंदों से हमने
कर रक्खी है बात
पूरे तीन महीने होगी
बस रिमझिम बरसात
बूंदों से हमने
कर रक्खी है बात
पूरे तीन महीने होगी
बस रिमझिम बरसात
सपना गायब, रिंकू – रिंकू
भैया जब चिल्लाया
भैया जब चिल्लाया
- प्रदीप शुक्ल
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