अभिलाषा
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सुख दुख कितने
लिए घूमता है
झोली में डाल
सोच रहा हूं क्या लाएगा
आने वाला साल
लिए घूमता है
झोली में डाल
सोच रहा हूं क्या लाएगा
आने वाला साल
नए वर्ष है
मुझको तुमसे
इतनी सी अभिलाषा
मेरे दिल में ज़िंदा रखना
बस थोड़ी सी आशा
मुझको तुमसे
इतनी सी अभिलाषा
मेरे दिल में ज़िंदा रखना
बस थोड़ी सी आशा
पैसा भले न लाना
लेकिन लाना नहीं बवाल
लेकिन लाना नहीं बवाल
अमरीका से कहना
थोड़ा गुस्सा
कम दिखलाए
किम पागल से कहना
भइया ज्यादा मत पगलाए
थोड़ा गुस्सा
कम दिखलाए
किम पागल से कहना
भइया ज्यादा मत पगलाए
ट्रम्प और किम बनें न देखो
इस धरती के काल
इस धरती के काल
रामदीन के लिए
रोज का
खाना लेकर आना
फिर चुनाव में जिसको चाहो
तुम उसको जितवाना
रोज का
खाना लेकर आना
फिर चुनाव में जिसको चाहो
तुम उसको जितवाना
अगर हो सके महंगाई की
धीमी रखना चाल
धीमी रखना चाल
- प्रदीप शुक्ल
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