जिन्ना को कुछ लोग गांधी के बरक्स खड़ा करने की कोशिश कर रहे हैं l कहाँ जिन्ना - कहाँ गांधी l ये गांधी ही थे जिन्होंने भारत के खिलाफ युद्ध लड़ते हुए पाकिस्तान को आमरण अनशन कर भारतीय खजाने से पैसा दिलवाया था l पूरा देश इसके खिलाफ था l
यही ईमानदारी और सत्य का साथ उनकी मौत का भी मुख्य कारण बना l यूं कहिए कि पाकिस्तान की भलाई के लिए गांधी ने अपनी जान दी l उसी पाकिस्तान के क़ायदे आज़म मोहम्मद अली जिन्ना ने अपने शोक संदेश में गांधी को एक हिंदू नेता बताया l
पाकिस्तान को तो गांधी की तस्वीर जिन्ना से ऊपर लगानी चाहिए, अपने हर विद्यालय में l
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