एक अपील बन्दूक धारी भाइयों से - कृपया शादी समारोह में खुद तो आयें लेकिन बन्दूक न लाएं ...........
लाना शादी में नहीं , तुम अपनी बन्दूक
कोई फिर मर जायगा , हो जाए गर चूक
हो जाए गर चूक , ख़ुशी में मातम होगा
कोई बुझे चिराग , घरों में फिर तम होगा
बीवी बच्चे साथ , हमेशा लेकर आना
मानों मेरी बात , मगर बन्दूक न लाना !!
कोई फिर मर जायगा , हो जाए गर चूक
हो जाए गर चूक , ख़ुशी में मातम होगा
कोई बुझे चिराग , घरों में फिर तम होगा
बीवी बच्चे साथ , हमेशा लेकर आना
मानों मेरी बात , मगर बन्दूक न लाना !!
# डॉ. प्रदीप शुक्ल
01.03.2014
01.03.2014
Comments
Post a Comment