उनका इंतज़ार उई अइहैं
दारू मुर्गा सब छनवइहैं
निरखि रहा है सारा गांव
का सखि साजन?
नहीं, ' चुनाव '
दारू मुर्गा सब छनवइहैं
निरखि रहा है सारा गांव
का सखि साजन?
नहीं, ' चुनाव '
- प्रदीप कुमार शुक्ल
इनको बुद्धू लोग बनायें
जान बूझ ये बनते जायें
जैसे उल्लू बैठा कोटर
क्या सखि साजन?
ना री, ' वोटर '
जान बूझ ये बनते जायें
जैसे उल्लू बैठा कोटर
क्या सखि साजन?
ना री, ' वोटर '
- प्रदीप कुमार शुक्ल
अब दो महिने इनको झेलो
इनके साथ कुकुरझौं खेलो
अभी चढ़े हैं इनके भाव
क्या सखि साजन?
नहीं, ' चुनाव '
इनके साथ कुकुरझौं खेलो
अभी चढ़े हैं इनके भाव
क्या सखि साजन?
नहीं, ' चुनाव '
- प्रदीप कुमार शुक्ल
13 मार्च, 2019
13 मार्च, 2019
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