आम आए
हाथ में गठरी लिए
हँसते हुए
गुलफ़ाम आए
और मलिहाबाद से चलकर
दशहरी आम आए
गुलफ़ाम आए
और मलिहाबाद से चलकर
दशहरी आम आए
ख़ुशबुओं से
फ्रिज भरा है
खोल दो तो घर महकता
यहाँ दिल्ली में, दशहरी आम को
था मन हुड़कता
फ्रिज भरा है
खोल दो तो घर महकता
यहाँ दिल्ली में, दशहरी आम को
था मन हुड़कता
साथ आमों के अभी
मीठे बहुत पैगाम आए
आम आए
मीठे बहुत पैगाम आए
आम आए
याद आया
पेंड़ पर
आमों को चढ़ कर तोड़ना
और फिर उनको चुराकर
हाँथ पीछे मोड़ना
पेंड़ पर
आमों को चढ़ कर तोड़ना
और फिर उनको चुराकर
हाँथ पीछे मोड़ना
जब कभी पकड़े गए तो
ख़ूब आँसू काम आए
आम आए
ख़ूब आँसू काम आए
आम आए
बात निकली
गांव की
तो चल पड़े किस्से पुराने
बाग़, नदिया, खेत, पोखर
ने हुमक गाए तराने
गांव की
तो चल पड़े किस्से पुराने
बाग़, नदिया, खेत, पोखर
ने हुमक गाए तराने
आम खाने ननकऊ,
गफ्फूर, राजाराम आए
आम आए.
गफ्फूर, राजाराम आए
आम आए.
- प्रदीप शुक्ल
( योगेंद्र्दत्त शर्मा जी का गीत " आम आए " पढ़ते हुए )
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