आज सबेरे
आज सबेरे हरियाली से हुई जान पहचान
आज सबेरे फूलों के चेहरों पर थी मुस्कान
आज सबेरे फूसी ने कुछ स्वागत गीत सुनाए
बाक़ी कुत्ते भी समवेत स्वरों में ही कुकुहाए
आज सबेरे फूलों के चेहरों पर थी मुस्कान
आज सबेरे फूसी ने कुछ स्वागत गीत सुनाए
बाक़ी कुत्ते भी समवेत स्वरों में ही कुकुहाए
आज सबेरे हमने कुछ मिट्टी की गंध चुराई
आज सबेरे कोने वाली नीम बहुत लहराई
आज सबेरे हमें देख सूरज भी था भौंचक्का
लगा कि जैसे जाम हो गया उसके रथ का चक्का
आज सबेरे कोने वाली नीम बहुत लहराई
आज सबेरे हमें देख सूरज भी था भौंचक्का
लगा कि जैसे जाम हो गया उसके रथ का चक्का
आज सबेरे आसमान का खूब बड़ा सा घेरा
आज सबेरे हवा लगाए दौड़ दौड़ कर फेरा
आज सबेरे ऊँघे - ऊँघे मिले महेश तिवाड़ी
रोज शाम को वह पीते हैं बस दो लभनी ताड़ी
आज सबेरे हवा लगाए दौड़ दौड़ कर फेरा
आज सबेरे ऊँघे - ऊँघे मिले महेश तिवाड़ी
रोज शाम को वह पीते हैं बस दो लभनी ताड़ी
आज सबेरे बिजली ने धरती से पानी खींचा
आज सबेरे यादों ने मुझको सीने में भींचा
आज सबेरे बगुले देखे बहुत दिनों के बाद
और सताती रही देर तक फिर मछली की याद
आज सबेरे यादों ने मुझको सीने में भींचा
आज सबेरे बगुले देखे बहुत दिनों के बाद
और सताती रही देर तक फिर मछली की याद
आज सबेरे सन्डे घर से निकला झक्क सफ़ेद
आज सबेरे बचपन दौड़ा लेकर नीली गेंद
आज सबेरे बचपन दौड़ा लेकर नीली गेंद
- प्रदीप शुक्ल
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